भारत के लिए घरेलू क्रिकेट हमेशा लाइफ लाइन की तरह काम करता है। हर साल घरेलू सर्किट से 5 से 7 युवा प्रतिभाएं निकलकर भारतीय टीम के लिए दावेदारी पेश करते हैं। इस बार दिलीप ट्रॉफी से कुछ खिलाड़ियों ने दावा पेश किया।

लीग के टॉप 5 स्कोरर में 3, और टाॅप विकेट टेकर में 4 अनकैप्ड खिलाडियोंं ने शानदार प्रर्दशन कर छाप छोड़ी है। मुंबई टीम से खेलने वाले 20 साल के ओपनर बल्लेबाज यशस्वी जयसवाल ने लीग में 99.40 की औसत से तीन मैचों में 497 रन बनाए हैं। लीग में वे इकलौते खिलाड़ी हैं, जिन्होंने 400 से ज्यादा स्कोर किया है। वहीं, गेंदबाजी में तमिलनाडु से खेलने वाले 25 साल के आर साइ किशोर ने सबसे ज्यादा विकेट झटके हैं। उन्होंने तीन की इकोनॉमी से सबसे ज्यादा 17 विकेट चटकाए हैं। वे लीग में 15 से ज्यादा विकेट लेने वाले एकमात्र गेंदबाज हैं।
दिलीप ट्रॉफी: इस बार लगे कुल 3 दोहरे शतक।
लीग में दो खिलाडियों ने 200 से ज्यादा का स्कोर बनाया। इसमें वेस्ट जोन से खेलने वाले यशस्वी जयशवाल ने दो बार 200 से ज्यादा रन बनाए। यशस्वी ने खिताबी मुकाबले में साउथ जोन के खिलाफ दूसरी पारी में 323 गेंद पर 30 चौके और 4 छक्के की मदद से 265 रन बनाए, जो लीग का सर्वश्रेष्ठ व्यकितगत स्कोर है। इसी तरह क्वार्टर फाइनल में नॉर्थ ईस्ट जोन के खिलाफ यशस्वी ने 321 गेंद पर 22 चौके और 3 छक्के की मदद से 228 रन बनाए।
इसी तरह वेस्ट जोन के कप्तान अजिंक्य रहाणे ने र्क्वाटर फाइनल में नॉर्थ ईस्ट जोन के खिलाफ 264 गेंद पर 18 चौके और 6 छक्के की मदद से 207 रन बनाए थे।
दिलीप ट्रॉफी: साई किशोर ने खींचा लोगो और चयनकर्ताओं का ध्यान।
साउथ जोन के आर साई किशोर टूर्नामेंट में दो बार 5 या उससे ज्यादा विकेट लेने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं। उन्होंने सेमीफाइनल में नॉर्थ जोन के खिलाफ पहली पारी में 25 ओवर में 2.80 की इकोनॉमी से 70 रन देकर सात विकेट झटके थे। उन्होंने 4 मेडन ओवर भी डाले थे। इसी तरह खिताबी मुकाबले में वेस्ट जोन के खिलाफ पहली पारी में 35.3 ओवर में 2.42 की इकोनामी से 86 रन देकर 5 विकेट चटकाए और 8 मेडन ओवर भी निकाले थे। वहीं, कुमार कार्तिकेय, शम्स मुलानी और शाहबाज अहमद एक-एक बार 5-5 विकेट अपने खाते में डाले।
Dilip Trophy 2022